लाॅक डाउन से वातावरण मे आई शुद्धता 


‘काँठ केसरी’
  काँठ। देशव्यापी लाॅक डाउन में सरकार द्वारा जारी निर्देशो के आधार पर सभी को घर मे रहने की हिदायत दी गई है। जिसके कारण सड़कों पर लोगों की आवाजाही मे भी कमी आई है। सभी फैक्ट्रियां, वाहन, निर्माण कार्य सहित सभी कार्यो पर रोक लगा दी गई है। केवल इमर्जेंसी सेवाओं को ही लाॅक डाउन में विशेष छूट दी गई है। कुल मिलाकार ऐसे बहुत से कार्यो के संचालन पर रोक लगा दी गई है जहां लोगों के इकट्ठा होने से कोरोना के फैलने का खतरा है। 
 लाॅक डाउन का असर विशेष तौर पर प्रकृति पर भी पड़ा है। लाॅक डाउन के दौरान सड़कों पर इंसानी हलचल कम होने के कारण कई बार जंगली जानवरों के सड़को पर आने की खबरे मिल रही हैं। भले सभी को कोविड-19 के कारण लगे लाॅक डाउन से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन प्रकृति इस लाॅक डाउन से काफी खुश नज़र आ रही है। प्रकृति ने अपना सौन्दर्य विखेरना शुरू कर दिया है। वातावरण में वायु की शु(ता बढ़ गई है। नदियों का जल स्वच्छ नज़र आ रहा है। मानवीय हलचल से सहमे रहने वाले जंगली जानवरो को भी प्रकृति पर अपने भी हक का अहसास होने लगा है। हरिद्वार के हरकी पौढ़ी घाट के फोटो भी सोशल मीडिया वायरल हुए हैं, जिसमें गंगा के सौन्दर्य का अद्भूद नजारा दिखाई दे रहा है। 
 इसी तरह काँठ में भी प्रकृति ने अपना सौन्दर्य विखेरा हुआ है। अब यहां प्रतिदिन ऐसे पक्षियों का दिखना शुरू हो गया है जिन्हें हम कभी कई वर्ष पहले अपने बचपन में देखते थे और फिर बढ़ते प्रदूषण के कारण उन्होंने यहां से कहीं और प्रस्थान कर लिया था। दूसरी ओर काँठ नगर के विख्यात डीएसएम काॅलेज क्षेत्र की कुछ तस्वीरे भी वायरल हुई हैं। सोशल मीडिया पर इनकी काफी प्रसंशा की जा रही है। डीएसएम कालेज परिसर मे स्थित पोखर में इन दिनो अपनी सौन्दर्यता के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां इस पोखर का लगभग एक तिहाई भाग कमल के फूलो से भरा होने के कारण पोखर की सौन्दर्यता में चार चांद लगा रहा है और तो और वातावरण में शु(ता का असर इतना है कि पोखर का जल भी इन दिनो साफ दिखाई दे रहा है। 
 पोखर के समीप रहने वाले भाजपा के मंडल अध्यक्ष राजपाल सिंह प्रजापति के पुत्र विष्णुअवतार ने बताया कि पोखर में काफी समय से मछलियां भी पाली जा रही हैं, लोग मछलियों को दाना खिलाने यहां आते हैं और यहां मछली पकड़ने के लिए बिल्कुल मना है, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है। पोखर के आसपास अभी कुछ साफ सफाई की आवश्यकता है।

Featured Post

किसानों को राहतः अब नहीं लगाने पड़ेंगे गन्ना भुगतान के लिए शुगर मिलों के चक्कर

       काँठ। शुगर मिल एवं सहकारी गन्ना विकास समिति में आपसी समझौते के उपरांत अब समिति कांठ के माध्यम से किसानों का भुगतान किया जाएगा। इस महत...