देश के प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री कर रहे संविधान के चौथे स्तंभ की अनदेखी

  सहारनपुर। मीडिया एसोसिएशन रजिस्टर्ड सहारनपुर राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार कश्यप ने प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री से अपील ए दर्द।
 देश के प्रधानमंत्री व वित्तमंत्री कर रहे देश के चैथे स्तंभ कि अनदेखी।  करोड़ों रुपए का राहत कोष बजट लेकिन पत्रकारों का कहीं नाम नहीं जबकि पत्रकार कोरोना महामारी में अपनी जान जोखिम में डालकर कर रहे देश की सेवा। अब तक शासन प्रशासन ने जो भी राहत कोष बजट की घोषणा की है, उसमे पत्रकारों के लिए किसी प्रकार की कोई राहत नहीं है। देशभर में कोरोना महामारी जैसी घातक बीमारी से देश की जनता दुखों का सामना कर रही है। जहां लाॅक डाउन लगने से मजदूर आदमी परेशान है और डाॅक्टर, सफाई कर्मी, पुलिस कर्मी आदि के सामने देशभर के पत्रकार नगर व देहात क्षेत्र में 24 घंटे जान जोखिम में डालकर धूप बारिश में दिन-रात लगे हैं। जो सभी खबरों का संकलन कर सरकार व जनता तक पहुंचाने में पूरा सहयोग दे रहे हैं, लेकिन वही सरकार कोरोना जैसी घातक महामारी में भी देश का पत्रकार व उनके परिवार की कोई भी परवाह नहीं कर रही है। जहां पत्रकार खबरों की कवरेज कर सरकार के जनहित कार्यो को दिखाने का काम कर रहा है जबकि वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्त मंत्री श्रीमती सीतारमण द्वारा लाॅक डाउन के दौरान पहली राहत योजना की जिसमे देश की जनता को करोड़ों रुपए का पैकेज दिया गया। उसके बाद 15 मई 2020 को भी दूसरी राहत योजना 3.16लाख करोड़ रुपए का पैकेज किसान मजदूर आदमी के लिए जारी किया गया लेकिन प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री द्वारा देश के चैथे स्तंभ की अनदेखी की गई, कहीं भी बजट में पत्रकार व उनके परिवारों को कुछ भी सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है। राकेश कश्यप राष्ट्रीय अध्यक्ष मीडिया एसोसिएशन रजिस्टर्ड सहारनपुर ने उत्तर प्रदेश एक पत्र के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री वित्त मंत्री से निवेदन किया है कि देश के नगर व देहात के समस्त न्यूज चैनल व समाचार पत्रों के आरएनआई स्वामी तथा संपादक एवं ग्रामीणों के संवाददाताओं को भी राहत कोष योजना के लाभ समस्त देश में दिया जाए, ताकि पत्रकारों को भी लाभ मिल सके और पत्रकारों का हौसला बढ़ सकें। 


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