आंखों के सामने थम गईं पांच लोगों की सांसें, तड़पकर हुई तीन बच्चों की मौत, एंबुलेंस की देरी बनी काल

कन्नौज हादसे का शिकार हुए परिवार में गम और गुस्सा है। पानी से निकाले जाने के करीब 15 मिनट तक सभी की सांसें चलती रही थीं। बाद में एक-एक कर पत्नी, दो बच्चों, बहन और भांजे की सांसें उखड़ती चली गईं, वह कुछ नहीं कर सका। पांच लोगों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। अगर समय पर एंबुलेंस पहुंच जाती तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता। गौरव में गुस्सा इतना था कि परिजन उसे शांत करने का प्रयास कर रहे थे लेकिन वह बार-बार हादसे के मंजर को सोचकर भड़क रहा था। गौरव कहना था कि हादसे के लिए लोक निर्र्माण और सिंचाई विभाग जिम्मेदार है। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। गौरव ने बताया कि समय पर प्राथमिक उपचार मिल जाता तो कई जानें बचाई जा सकती थीं। नहर में कार के गिरते ही सबसे पहले सिपाही गौरव खिड़की से बाहर निकला। इसके बाद ग्रामीणों की मदद से सभी लोगों को बाहर निकला गया।गौरव ने बताया कि करीब 15 मिनट तक पत्नी, बच्चे और बहन जिंदा रही। बाहर निकलने के बाद सबसे पहले पत्नी प्रिया ने बच्चों की तरफ देखा। करीब दो बार बेटी लाडो को पुकारा। वहीं बहन मोनी एक बार खड़ी भी हुई थी। हादसे का मंजर देखकर जमीन पर गिर पड़ी।




Featured Post

किसानों को राहतः अब नहीं लगाने पड़ेंगे गन्ना भुगतान के लिए शुगर मिलों के चक्कर

       काँठ। शुगर मिल एवं सहकारी गन्ना विकास समिति में आपसी समझौते के उपरांत अब समिति कांठ के माध्यम से किसानों का भुगतान किया जाएगा। इस महत...