टूटी सड़कों को ठीक कराने को प्रशासन सजग नहींः इकबाल आलम


'काँठ केसरी'
  काँठ। नगर के समाजसेवी एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्षा पति इकबाल आलम ने सरकार के विकास कार्यो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार विकास के नाम पर अमूमन हर वर्ष करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है। यह विकास कितना जन हितैषी है, अब इसके मूल्यांकन का समय आ गया है। 
 उन्होंने कहा कि निर्माण के कुछ समय बाद ही सड़क नालियां और पुल पुलिया जर्जर होने लगते हैं। जबकि यह सभी निर्माण इंजीनियरों की देखरेख में कराए जाते हैं। फिर इतनी जल्दी इनका जर्जर होना समझ से परे है। सड़कों का निर्माण भी उन क्षेत्रों में सबसे पहले कराया जाता है, जहां वीआईपी लोग रहते हैं। नगर के अनेक ऐसे क्षेत्र हैं जहां गंदे पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है सड़कें और नालियां होना तो उन क्षेत्रों के लोगों के लिए सपना हैं। समाचार पत्रों में कभी-कभी ऐसी भी खबरें पढ़ने में आती हैं कि एक ऐसी सड़क का निर्माण कराया जा रहा है जो पहले से ही ठीक है, जबकि शहर की टूटी सड़कों की मरम्मत और उन्हें ठीक कराने को प्रशासन सजग नहीं है। 
 नई पीढ़ी को ही अब इसके खिलाफ आवाज उठानी होगी, शासन से यह मांग करनी होगी कि निर्माण संबंधी कार्य जरूरत और प्राथमिकता के आधार पर कराए जाएं जिससे विकास का लाभ उन सभी लोगों को मिल सकें जिन्हें वर्षों से लाभ नहीं मिल सका है। 


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