गन्ना मूल्य के विरोध में भाकियू ने किया रोड जाम


'काँठ केसरी'
  काँठ। गन्ना मूल्य में वृ(ि नहीं करने एवं ज्वलन्त समस्याओं को लेकर भाकियू ने किसान भवन पर जाम लगा दिया। अधिकारियों एवं भाकियू नेताओं में चली लंबी समझौता वार्ता के उपरांत एक घण्टे बाद जाम खोला गया। 
 बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ मंडल उपाध्यक्ष चै )षिपाल सिंह की अगुवाई में सैकड़ों किसान गन्ना भवन छजलेट में एकत्रित हो गए। चै. )षिपाल सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि किसान बचेगा तो देश बचेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को कमजोर करने का प्रयास कर रही है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका कहना था कि किसानों द्वारा निरंतर गन्ना मूल्य में वृ(ि की मांग के उपरांत गन्ने के मूल्य में वृ(ि नहीं की गई है। बिजली विभाग द्वारा भी किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि किसानों के बकाया गन्ने का भुगतान ब्याज सहित नहीं किया गया है जिस कारण अनेक किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं। 
 वक्ताओं ने कहा कि किसानों द्वारा पराली जलाने पर उनके विरु( कार्यवाही की जा रही है। शुगर मिलों द्वारा लगातार किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। मिल के अधिकारीगण किसानों को झूठा आश्वासन देते आए हैं। वक्ताओं ने कहा कि अवैध रूप से गन्ने की खरीद की जा रही है। किसान बाहुल्य भारत वर्ष में उत्तर प्रदेश के किसानों का सर्वाधिक उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने 450 रुपये प्रति कुंतल गन्ने का मूल्य बढाने की जोरदार मांग करते हुए कहा कि अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए किसान कभी पीछे नहीं हटेगा और आगामी चुनाव में किसान भाजपा को सबक सिखा कर रहेंगे। 
 गुस्साए किसानों ने किसान एकता जिंदाबाद, जय जवान जय किसान आदि नारे लगाते हुए दोपहर करीब 12ः30 बजे काँठ-हरिद्वार हाईवे पर किसान भवन के सामने रोड जाम कर दिया। रोड जाम की सूचना पर एसडीएम प्रेरणा सिंह, तहसीलदार विभा श्रीवास्तव, थाना प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार गौतम, नायब तहसीलदार आदित्य विशाल एवं थाना अध्यक्ष प्रिंस शर्मा मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों ने मिल के अधिकारी एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को लेकर समझौता वार्ता की। एसडीएम ने पराली जलाने के साथ साथ उनकी जायज मांगे पूर्ण कराने के आश्वासन पर किसानों ने जाम खोल दिया। जाम से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। 
 इस अवसर पर वरिष्ठ नेता चै0 )षिपाल सिंह, तहसील अध्यक्ष हरदीप सिंह, तहसील प्रभारी जितेंद्र विश्नोई उर्फ जीतू, मीडिया प्रभारी राहुल चैधरी, ब्लाॅक अध्यक्ष वीर सिंह ढाका, समरपाल सिंह, इंद्रपाल सिंह, गंगाशरण सिंह, लाल सिंह सैनी, महावीर सिंह, होशियार सिंह, भीम सिंह, गजराज सिंह, रामस्वरूप सिंह, जयपाल सिंह, अंकुश कुमार, मनीष कुमार, धर्मपाल सैनी, सतपाल सिंह, सुनील कुमार, रूप सिंह सैनी, राजवीर सिंह, डाॅ0 जसपाल सैनी आदि  मौजूद रहे। 


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