'काँठ केसरी'
नई दिल्ली। दिनों-दिन बढ़ती महंगाई से आजीविका चलाना बहुत महंगा हो गया है। ऐसे में निम्न-मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए अपने बच्चों पर अच्छी शिक्षा, फाइनेंशियल फ्यूचर और शादी आदि के लिए खर्च करना किसी चुनौती से कम नहीं है। अक्सर देखा गया है कि बेटियों के पेरेंट्स इस मामले में ज्यादा चिंतित रहते हैं। यही कारण है कि वे हमेशा सुरक्षित निवेश विकल्पों की और देखते हैं। सुकन्या समृ(ि और बालिका समृ(ि योजना ऐसी योजनाएं हैं जिनके जरिए पेरेंट्स अपनी बेटियों के भविष्य के लिए अच्छी प्लानिंग कर सकते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि ये दोनों सरकारी योजनाएं हैं। आइए इन दोनों के बारे में जानते हैं।
सुकन्या समृ(ि योजना
यह योजना सरकार द्वारा साल 2015 में लाॅन्च की गई थी। योजना का उद्देश्य पेरेंट्स को बेटियों की शिक्षा और शादी हेतु निवेश करने के प्रति जागरूक करना है। इस योजना का लाभ पोस्ट आॅफिस के जरिए लिया जा सकता है। अक्टूबर से दिसंबर तिमाही में इस योजना में ब्याज सभी अकाउंट्स के लिए 7.9 फीसद रखा गया है। साथ ही इस योजना में पेरेंट्स संबंधित वित्त वर्ष में 1.5 लाख तक की टैक्स छूट के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस योजना में बेटी की 18 साल की आयु के बाद उसकी उच्च शिक्षा के खर्च के लिए बैलेंस के 50 फीसद की निकासी की जा सकती है। इस योजना में ब्याज आय और मैच्योरिटी अमाउंट दोनों में टैक्स छूट होती है। इस अकाउंट में हर साल न्यूनतम 1,000 रुपये जमा कराने होते हैं। अधिकतम राशि की बात करें, तो इस अकाउंट में एक साल में 1.5 लाख रुपये जमा कराये जा सकते हैं। किसी परिवार में अधिकतम तीन सुकन्या समृ(ि अकाउंट उस स्थिति में खुलावाए जा सकते हैं, जब पहली या दूसरी बेटी जुड़वा हुई हो।
बालिका समृ(ि योजना
यह योजना प्रसव, नवजात शिशु और उसकी शिक्षा को सपोर्ट करने के उद्देश्य से लाॅन्च की गई थी। इसमें सरकार द्वारा ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में प्रसव के बाद मां को सरकार की तरफ से गिफ्ट के रूप में 500 रुपये दिये जाते हैं। इस योजना में गर्ल चाइल्ड को स्कूलिंग के दौरान हर साल स्काॅलरशिप भी दी जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में इस योजना का कार्यान्वयन प्ब्क्ै द्वारा और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाता है। मुख्य रूप से यह योजना बीपीएल परिवारों के लिए बनी है। वहीं, इस योजना से एक परिवार की केवल दो बेटियां हीं लाभान्वित हो सकती हैं।
बेटियों की शिक्षा और शादी में मददगार हैं ये सरकारी योजनाएं
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